उच्च कैल्शियम की मूत्र में मात्रा, उच्च मैग्नीशियम की स्थिति, उच्च जिंक की स्थिति, उबकाई, अतिसार, अजीर्णता, उलटी, चक्कर, कैल्शियम की अधिकता, गुर्दे में पथरी, गुर्दे की कार्यक्षमता में कमी, निर्माण में विलंब, खून में कैल्शियम की मात्रा में वृद्धि, मूत्र मार्ग संक्रमण, खून में एलकली की मात्रा में वृद्धि, खून में एसिड की मात्रा में कमी, अनिद्रा, त्वचा में खुजली, चर्म रोग, बुखार, थकान, चेहरे में सूजन, अवसाद, बीमारी का अनुभव, भूख की कमी, त्वचा में लाल पदार्थ, आँखों, त्वचा या कपड़ों का पीलापन, नेत्र की सूजन, दृष्टि में परिवर्तन, नेत्र जलन, नेत्र संक्रमण, नेत्र दर्द, आँखों में खुजली, आंतों में गैस, पेट दर्द, पेट की सूजन, गुदा में खुजली, मल में रक्त, मल में बदलाव, छाती में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, गले में खराश, नाक से खून बहना, गले में दर्द, सिर दर्द, मुंह में छाले, मुंह में दर्द, दांत दर्द, जीभ में दर्द, जीभ पर छाले, स्वाद में बदलाव, कान में दर्द, कान में खुजली, बालों का झड़ना, नाखूनों में बदलाव, अंगुलियों का दर्द, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, पैरों में सूजन, पैरों में दर्द, मूत्र में बदलाव, मूत्र करने में दर्द, मूत्र में जलन, मूत्र में खुजली, यौन इच्छा में कमी, यौन समस्याएं, लिंग में दर्द, वीर्य में बदलाव, यौन अंगों में खुजली, मासिक धर्म में बदलाव, गर्भाशय में दर्द, स्तन में दर्द, स्तनों में बदलाव, दिल की धड़कन में बदलाव, दिल की बीमारी, रक्तचाप में बदलाव, शरीर के अन्य भागों में दर्द, निद्रा में बदलाव, स्वप्न में बदलाव, भूलने की बीमारी, चिंता, घबराहट, अस्थिरता, भ्रम, अवसाद, मानसिक बीमारी, आत्महत्या के विचार, । यदि आपको इनमें से कोई भी दुष्प्रभाव होता है, तो तत्काल अपने चिकित्सक से परामर्श करें। ध्यान दें, यह सूची सम्पूर्ण नहीं हो सकती और सभी व्यक्तियों को यह दुष्प्रभाव नहीं हो सकते।